
सावधान : वाहन नियम तोड़ने पर होंगे ऑनलाइन चालान, 15 साल पुराने सरकारी वाहन बनेंगे कबाड़
परिवहन विभाग के लिए सुधार का साल होगा 2024, बोले मुकेश अग्निहोत्री
खबरनामा ब्यूरो
हिमाचल में सरकार अहम शुरुआत करने जा रही है। प्रदेश में 15 साल पुराने सरकारी वाहनों को स्क्रैप में तबदील किया जाएगा। परिवहन मंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने शिमला में आयोजित पत्रकार वार्ता में जानकारी दी कि इसी साल राज्य में छह पंजीकृत वाहन स्क्रैपिंग और ऑटोमेटिक टेस्टिंग सेंटर शुरू करेगी।
मुकेश अग्निहोत्री ने बताया कि सरकारी वाहनों के स्क्रेपिंग और ऑटोमेटिक टेस्टिंग के मामले में एमबीआई का रोल खत्म हो जाएगा। वाहन स्क्रैपिंग सेंटर स्थापित करने के लिए 31 जनवरी तक निविदाएं आमंत्रित की गई हैं। उन्होंने बताया कि 1 अक्तूबर से सभी वाहनों की पासिंग ऑटोमेटिक टेस्टिंग सेंटर पर ही होगी।
मुकेश अग्निहोत्री ने बताया कि 2024 परिवहन विभाग के लिए सुधार का साल रहेगा। परिवहन विभाग का सालाना राजस्व 500 करोड़ से बढ़कर 800 करोड़ पहुंच गया है। उन्होंने बताया कि सलाना राजस्व 1000 करोड़ पहुंचाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
परिवहन मंत्री ने जानकारी दी कि प्रदेश में 31 मार्च तक पूरी तरह से ई-चालान व्यवस्था लागू होगी। इस व्यवस्था के तहत पॉस मशीनों से जुर्माने का भुगतान होगा। एक और बड़ा बदलाव यह होगा कि परिवहन विभाग के 12 बैरियरों को 30 जून तक इंटेलिजेंट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम से जोड़ा जाएगा। इस सिस्टम की खासियत यह है कि इसमें एएनपीआर तकनीक के जरिये सीसीटीवी कैमरे जुड़े होंगे, इन कैमरों की मदद से नियम तोड़ने पर वाहनों के ऑनलाइन चालान होंगे। साथ ही गाड़ी के दस्तावेज भी ऑनलाइन ही जांचे जा सकेंगे।
परिवहन मंत्री ने बताया कि सड़क सुरक्षा जागरुकता पर जोर दिया जा रहा है। लोगों को जागरूक करने के लिए परिवहन विभाग 15 जनवरी से सड़क सुरक्षा जागरुकता अभियान शुरू करेगा। जिला प्रशासन और लोनिवि के सहयोग से ब्लैक स्पॉट सुधार की मुहीम शुरू की जाएगी। विशेष तौर पर स्कूली बच्चों को भी जागरुकता अभियान से जोड़ेंगे। साथ ही 18 साल से अधिक उम्र के बच्चों के ड्राइविंग लाइसेंस बनाने के लिए विशेष अभियान चलेगा।