
गुरुमय हुई “गुरु” की नगरी, दशमपिता के प्रकाश पर्व पर भव्य कार्यक्रम आयोजित
पांवटा साहिब में गुरु पर्व की पूर्व संध्या पर भव्य नगर कीर्तन आयोजित
खबरनामा : पांवटा साहिब
गुरु की नगरी पांवटा साहिब में श्री गुरु गोविंद सिंह जी का 357वां प्रकाश पर्व धूमधाम से मनाया जा रहा है। प्रकाश पर्व की पूर्व संध्या पर शहर में भव्य नगर कीर्तन आयोजित किया गया। इस दौरान श्री गुरु ग्रंथ साहब का प्रकाश हुआ। नगर कीर्तन में कई राज्यों के हजारों श्रद्धालुओं ने भाग लिया।
सिखों के दसवें गुरु दशम पिता श्री गुरु सिंह जी का प्रकाश पर्व धूमधाम से मनाया जा रहा है। इस अवसर पर मुख्य गुरुद्वारा पांवटा साहिब में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। गुरुद्वारा परिसर में जहां अखंड पाठ चल रहे हैं वहीं गुरु पर्व के पूर्व संध्या पर भव्य नगर कीर्तन भी आयोजित किया गया। नगर कीर्तन में पांवटा साहब सहित आसपास के क्षेत्र व अन्य राज्यों से आए हजारों श्रद्धालुओं ने भाग लिया। नगर कीर्तन में हिमाचल सहित उत्तराखंड हरियाणा पंजाब दिल्ली आदि राज्यों से हजारों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचे। नगर कीर्तन गुरुद्वारे से श्री गुरु गोबिंद सिंह चौक और वापस गुरुद्वारा पहुंचा।
इस दौरान समूचे नगर कीर्तन मार्ग में सुसज्जित वाहन में विराजमान श्री गुरु ग्रंथ साहब दर्शनों को बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे। नगर कीर्तन मार्ग में शहर के श्रद्धालुओं द्वारा जगह-जगह खाने-पीने की वस्तुओं के स्टाल भी लगाए गए थे। नगर कीर्तन की अगवाई पारंपरिक वेशभूषा में सजे पंच प्यारे कर रहे थे। इस दौरान प्राचीन युद्ध कला गतका सहित स्कूल के बच्चों के विभिन्न करतब आकर्षण का मुख्य केंद्र रहे। नगर कीर्तन के दौरान पांवटा साहब के दर्जनों स्कूलों के बच्चों ने विभिन्न प्रकार के करतब दिखाए।
गौरतलब है कि पावटा साहिब में श्री गुरु गोविंद सिंह जी ने लगभग साढ़े 4 साल का समय बिताया था। उनके दो बड़े बेटों का जन्म भी पॉंवटा साहिब में ही हुआ था। गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के जथेदार सरदार हरभजन सिंह ने बताया कि श्री गुरु महाराज के प्रकाश पर्व परंपरागत तरीके से मनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि गुरुद्वारे में अखंड पाठ, कीर्तन दरबार और भव्य नगर कीर्तन आयोजित किया जा रहा है। श्रद्धालुओं के लिए दिन-रात अटूट लंगर की व्यवस्था की गई है।