श्री रेणुका जी में जुटे हजारों हाटियों ने दिया एकता का संदेश
कांग्रेस नेताओं ने खुमली से किया किनारा
खबरनामा : श्री रेणुका जी
पावन तीर्थ श्री रेणुका जी में हाटी समुदाय के हजारों लोगों ने जनजातीय दर्जे के लिए हुंकार भरी। हाटी की खुमली यानी महापंचायत में क्षेत्र के लगभग 10 हजार से अधिक महिला पुरुष जुटे। वक्ताओं ने भाजपा नेताओं की उपस्थिति में हाटियों ने स्पस्ट किया कि विधानसभा में वही जाएगा जिसे हाटी चाहेंगे। हाटी के यह उद्गगार ऐसे समय में सामने आए जब कांग्रेस हाटी खुमलियों से पूरी तरफ से किनारा कर चुकी है।
हजारों हाटियों ने भगवान परशुराम जी की जन्म एवं तपोभूमि ‘श्री रेणुका जी’ से हाटी एकता का जबरदस्त सन्देश दीया। यहां आयोजित हाटी खुमली में रिकार्ड लोग जूट। सभी ने एक स्वर में जनजातीय दर्जे की मांग उठाई तो महापंचायत में पहुंचे भाजपा नेताओं ने मुद्दे को सिरे चढ़ाने की बात कही। हालांकि हाटी जनजातीय मुद्दे को लेकर 4 विधानसभा क्षेत्र में उबाल है। बावजूद इसके कांग्रेस इस मामले से पूरी तरह किनारा करती नजर आ रही है। हाटी महा खुमलियों में कोई कांग्रेस नेता नहीं पहुंच रहे हैं। ऐसे में लोग मामले में कांग्रेस के रवैये से खिन्न हैं। लिहाजा वक्ताओं को कहना पड़ रहा है कि विधानसभा में वही जाएंगे, जिसे हाटी चाहेंगे।
दूसरी ओर महा खुमली में भाजपा नेता फुल कॉन्फिडेंट नजर आए। शिलाई क्षेत्र के पूर्व भाजपा विधायक बलदेव तोमर ने फिर दोहराया, जनजातीय क्षेत्र का दर्जा नहीं दिला पाया तो वोट मांगने नहीं जाऊंगा। उन्होंने कहा कि हाटियों को जनजातिय दर्जा मिलना तय है। बलदेव तोमर ने खेद जताया कि कुछ लोग वोटों की राजनीति के चक्कर में हमारे कुछ साथियों को भटका रहे हैं। हम सब को मार्ग भटके साथियों को वापिस लाने का प्रयास करना चाहिए। खुमली में प्रदेश सरकार में ऊर्जा मंत्री सुखराम चौधरी ने कहा कि उनकी विगत दिनों भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से इस विषय में विस्तार से चर्चा हुई है। इनके अलावा केंद्रीय गृहमंत्री सहित केंद्रीय नेताओं ने मामले में सकारात्मक आश्वासन दिया है। उन्होंने लोगों से आवाहन किया कि हाटी जनजातिय मामले के विरोधी लोगों को सबक सिखाने के लिए आगे आए।
सम्मेलन में केंद्रीय हाटी समिति के अध्यक्ष डॉ अमिचंद कमल ने मामले में प्रगति की रिपोर्ट जनता के समक्ष रखी। उन्होंने कहा कि हाटी जनजातीय दर्जा मामले में हर विभाग में हर वांछित रिपोर्ट पूरी हो चुकी है। अब मामले में कोई तकनीकी रुकावट नहीं रह गई है। सभी औपचारिकताएं पूरी कर ली गई हैं। हाटी खुमली में युवा, महिला और दलित हाटी नेताओं ने भी अपने विचार रखे। सभी ने जोशीले अंदाज में जनता में जोश भरा। वक्ताओं ने कहा कि हाटी की मांग के लिए जरूरत पड़ी तो खून भी बहा देंगे। समुदाय के लोगों ने संदेश दिया है कि हर हाल में अधिकार लेकर रहेंगे।