
भूस्खलन की चपेट में आए सोए हुए सात लोग, दो की मौत
ढलान का बेतरतीब कटान बताया जा रहा है भूस्खलन का कारण
पांच लोगों ने झोंपड़ी से भाग कर बचाई जान
ख़बरनामा : शिमला
शिमला के जुन्गा में देर रात भूस्खलन हुआ। भूस्खलन एक क्रशर साइट के समीप हुआ। श्रमिकों की एक झोपड़ी भूस्खलन की चपेट में आई। पहाड़ से खिसके मलबे में दबने से 2 लोगों की मृत्यु हो गई। इस दौरान 5 लोग बच निकलने में कामयाब रहे।
घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय लोग मौके पर पहुंचे। घटना की सूचना पुलिस, अग्निशमन, एसडीआरएफ और होम गार्ड की टीम मौके पर पहुँच गई। पुलिस और एसडीआरएफ की टीम ने अग्निशमन और होम गार्ड के जवानों के सहयोग मृतकों के शवों को मलबे से बरामद किया जा सका।
बताया जा रहा है कि जिस समय भूस्खलन हुआ उसे समय झोपड़ी में साथ श्रमिक मौजूद थे भूस्खलन का पता चलते ही अधिकतर लोग झोपड़ी से निकाल कर भागने में कामयाब रहे मगर दो लोग मालवे के नीचे तब गए और उनकी मौत हो गई। मृतकों की पहचान 34 वर्षीय राकेश और 36 वर्षीय राजेश कुमार निवासी बिहार के रूप में हुई है। हालांकि जान बचाकर भागे पांच लोग भी आंशिक रूप से घायल हुए हैं।
मृतकों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए आईजीएमसी शिमला भेजा गया है। इसके अतिरिक्त, घायलों में 18 वर्षीय राहुल कुमार, 42 वर्षीय मेघ साहनी, 35 वर्षीय बैजनाथ राम, 45 वर्षीय अशोक राम निवासी बिहार और 20 वर्षीय टोनी कुमार निवासी चम्बा शामिल हैं। एडीएम शिमला अजीत भारद्वाज ने बताया कि कि यहां पहाड़ी पर बेतरतीब कटान इसकी वजह लग रही है। जिला प्रशासन द्वारा मृतकों और घायलों को अंतरिम राहत प्रदान कर दी गई है।